राम का दरबार, राम की गाथा, सबकी आँखें नम, चेहरा मौन है, राम का दरबार, राम की गाथा, सबकी आँखें नम, चेहरा मौन है,
मेरे सपनों का भारत , काश ! तीन सौ वर्ष पूर्व की गंगा सा पावन, निर्मल होता! मेरे सपनों का भारत , काश ! तीन सौ वर्ष पूर्व की गंगा सा पावन, निर्मल होता!
राम राम टें टें शायद राम का अर्थ वो नहीं जानता या नहीं जानता मैं। राम राम टें टें शायद राम का अर्थ वो नहीं जानता या नहीं जानता मैं।
पथ है हमारे सनातन धर्म जगकल्याण के लिए। पथ है हमारे सनातन धर्म जगकल्याण के लिए।
हे कौशल्या लाल, तुम्हारी जय होवे। हे कौशल्या लाल, तुम्हारी जय होवे।
राम का नाम भवसागर पार करा देता है राम बनना जीवन को असहय बना देता है। राम का नाम भवसागर पार करा देता है राम बनना जीवन को असहय बना देता है।